Also Read
प्रदेश में 7881 पोलिंग स्टेशन स्थापित, समरहिल पोलिंग में सिर्फ 33 मतदाता
इसके अलावा कांगड़ा जिला में सबसे दूरस्थ मतदान केंद्र शाहपुर विधानसभा का 23-मांच है जहां पोलिंग पार्टी को सात किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता है। कुल्लू का 129-रसोल और बंजार का 58-शाकटी दूरस्थ मतदान केंद्र हैं जहां पोलिंग पार्टियों को दस किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता है। मंडी जिला में सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्र का 93-मंझागण दूरस्थ मतदान केंद्र है जहां पहुंचने के लिए पोलिंग पार्टी को दस किलोमीटर की दूरी पैदल तय करनी पड़ती है। शिलाई विधानसभा क्षेत्र के 36-बोबड़ी मतदान केंद्र तक पोलिंग पार्टी को पहुंचने के लिए पांच किलोमीटर का पैदल मार्ग तय करना पड़ता है। निर्वाचन विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए निर्वाचन विभाग द्वारा कुल 7881 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। इन मतदान केंद्रों में 7235 ग्रामीण क्षेत्रों में हैं जबकि 646 शहरी मतदान केंद्रों की संख्या 646 हैं। सबसे अधिक 1625 मतदान केंद्र कांगड़ा जिला में हैं जबकि सबसे कम 92 लाहुल-स्पीति जिला में हैं। राज्य में तीन सहायक मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिनमें धर्मशाला का 66(क) सिद्धबाड़ी, बैजनाथ का 99(क) बड़ाभंगाल तथा कसौली का 99(क) ढिल्लों शामिल हैं। कांगड़ा जिला के धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत सिद्धबाड़ी मतदान केंद्र में सर्वाधिक 1511 मतदाता हैं जबकि किन्नौर जिला के 6-का मतदान केंद्र में न्यूनतम 16 मतदाता हैं। राज्य में ऐसे दूरस्थ मतदान केंद्र भी हैं जहां पहुंचने के लिए पांच से अधिकतम 14 किलोमीटर का सफर पैदल करना पड़ता है।
समरहिल पोलिंग में सिर्फ 33 मतदाता
शिमला (शहरी) विधानसभा क्षेत्र के 2-समरहिल मतदान केंद्र में केवल 33 मतदाता हैं। जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति के अंतर्गत 76-काजा में 811 जबकि 33-लिंगर मतदान केंद्र में मात्र 38 मतदाता है। बंजार विधानसभा क्षेत्र के 71-तिलगा में सबसे कम 89 मतदाता हैं। बड़सर विधानसभा क्षेत्र के 59-बल्ह ढटवालियां मतदान केंद्र पर सबसे कम 105 मतदाता हैं।