Also Read
हिमाचल में सीमेंट प्लांट विवाद गहराया:आज मीटिंग कर रणनीति बनाएंगे ट्रक ऑपरेटर्स; सोलन के दाड़लाघाट में प्रशासन-कंपनी की बैठक बेनतीजा
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिला के दाड़लाघाट में बने अंबुजा सीमेंट प्लांट के बंद होने का आज दूसरा दिन है और अभी प्लांट के खुलने के आसार नहीं दिख रहे। गुरुवार को सोलन DC की ओर से इस मामले को सुलझाने के लिए बुलाई गई बैठक बेनतीजा रही।
वहीं सीमेंट प्लांट में काम करने वाली ट्रक ऑपरेटर्स भी आज बैठक करके इस मसले पर रणनीति बनाएंगे। दाड़लाघाट अंबुजा सीमेंट प्लांट के बंद होने से ट्रक ऑपरेटर्स को रोजाना करीब डेढ़ करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ेगा। इससे ऑपरेटर्स काफी खफा हैं।
माल भाड़े को लेकर चल रहा विवाद वजह
बता दें कि माल भाड़े को लेकर कंपनी प्रबंधन और ट्रक ऑपरेटर्स के बीच विवाद चल रहा है। बैठकों के बाद भी विवाद न सुलझने पर कंपनी प्रबंधन ने बुधवार शाम से प्लांट बंद कर दिया। अंबुजा सीमेंट प्लांट को हाल ही में अडानी ग्रुप ने खरीदा है।
कंपनी ने सीमेंट, क्लिंकर व कच्चे माल की ढुलाई में लगी ट्रक ऑपरेटर्स सोसाइटियों से रेट कम करने को कहा था। कंपनी ने पत्र के माध्यम से कहा कि वे मौजूदा रेट पर माल ढुलाई करने का तैयार नहीं हैं, क्योंकि इसके कारण सीमेंट की उत्पादन लागत बढ़ रही है। इससे कंपनी को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
कंपनी 2005 में तय रेट पर ढुलाई चाहती
कंपनी ने कहा कि यह स्थिति रही तो सीमेंट उत्पादन को ही बंद करना पड़ेगा। कंपनी का कहना है कि सरकार ने 18 अक्तूबर 2005 को मालभाड़ा 6 रुपए प्रति टन प्रति किलोमीटर निर्धारित किया था। इसलिए सोसायटियों को इस रेट पर माल ढुलाई करनी होगी।
वहीं ट्रक सोसायटियों का कहना था कि वर्ष 2019 से माल भाड़ा बढ़ना देय है। सरकार ने जब माल भाड़े का रेट तय किया था कि तब कहा गया था कि डीजल के रेट बढ़ेंगे, उसी अनुपात में माल भाड़ा भी बढ़ेगा। बाघल लैंड लुजर्ज ट्रक आपरेटर सोसायटी के पूर्व प्रधान रामकृष्ण शर्मा ने कहा कि आज ट्रक ऑपरेटरों की बैठक में निर्णय लिया जाएगा कि आगे क्या करना है।
सोलन से 2 विधायक ट्रक ऑपरेटर्स के साथ
उधर, अर्की के विधायक संजय अवस्थी ने इस मामले में ट्रक ऑपरेटर्स के साथ खड़े होने की बात कही है। यहां से निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़े राजेंद्र ठाकुर ने भी ट्रक ऑपरेटर्स का समर्थन किया है।
फिर बुलाई जाएगी बैठक- डीसी
सोलन की DC कृतिका कुलहरी ने कहा कि इस मामले को सुलझाने के लिए जल्द फिर से बैठक बुलाई जाएगी। गुरुवार शाम को हुई बैठक में ट्रक ऑपरेटर्स ने भाग नहीं लिया। कंपनी प्रबंधन ने अपना पक्ष रखा है। दाड़लाघाट में सुरक्षा के पूरे प्रबंध किए गए हैं, ताकि वहां स्थिति सामान्य बनी रहे।
करीब 15 हजार लोगों पर संकट मंडराया
बता दें कि सीमेंट फैक्ट्री बंद होने से इस कंपनी में कार्यरत करीब 2 हजार कर्मचारियों के रोजगार पर संकट आ गया है। इसके साथ इस फैक्टरी में करीब 3 हजार ट्रक ऑपरेटर्स व ड्राइवरों व कंडक्टरों को भी काम नहीं रहेगा। इस फैसले से करीब 15 हजार लोगों के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार पर संकट आ गया है। अंबुजा सीमेंट के दाड़लाघाट स्थित प्लांट में रोजाना 5 से 6 मीट्रिक टन उत्पादन होता है। यहां से देश भर में सीमेंट की सप्लाई होती है।