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Himachal News: हिमाचल के हर विस क्षेत्र में बनेंगे डे बोर्डिंग स्कूल, मिलेंगी ये सुविधाएं
दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों के स्कूलों की तर्ज पर हिमाचल में भी डे बोर्डिंग स्कूल बनेंगे। छुट्टी होने के बाद कुछ घंटों तक बच्चें स्कूल में ही रह कर अपना होमवर्क कर सकेंगे। स्कूल की छुट्टी होने के बाद होमवर्क के अलावा बच्चें कोई भी गेम खेल सकेंगे।
बन रहे डे-बोर्डिंग स्कूल
राज्य सरकार प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में डे-बोर्डिंग स्कूल बनाने जा रही है। इसके लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। सचिव शिक्षा डॉ. अभिषेक जैन ने बुधवार को सभी जिलों के उप निदेशक (उच्चतर) के सथ वर्चुअल बैठक की। ये स्कूल अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे। इन स्कूलों में स्टाफ से लेकर अन्य मूलभूत सुविधाएं अन्य स्कूलों से ज्यादा होगी। इसमें केजी से 12वीं कक्षा तक के नौनिहाल एक साथ शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे।
स्कूलों में अंग्रेजी व हिंदी दोनों माध्यमों में पढ़ाई करवाई जाएगी। 25 से 30 बीघा जमीन पर बनेंगे स्कूलडे बोर्डिंग स्कूल के लिए 25-30 बीघा जमीन की आवश्यकता है। इन स्कूलों में स्टाफ के रहने के लिए आवासीय सुविधा भी रहेगी।
मिलेंगी ये सुविधाएं
बनने वाले डे-बोर्डिंग स्कूलों में कई सुविधाएं मिलेंगी। इसमें मैस की व्यवस्था सभी चीजें होगी। इसके अलावा खेलकूद के लिए मैदान इत्यादी की सुविधा भी रहेगी। इन स्कूलों में बोर्डिंग स्कूलों की तर्ज पर शिक्षा मुहैया करवाई जाएगी।
बैठक में सचिव शिक्षा ने सभी उप निदेशकों से पूछा कि क्या उनके जिला के किस किस विस क्षेत्र में इसके लिए जमीन हैं। या कोई ऐसे स्कूल जो पहले से 25 से 30 बीघा जमीन पर बनें हुए हैं उनकी सूची मुहैया करवाएं। प्रदेश के लगभग सभी जिलों ने इसको लेकर अपनी रिपोर्ट दी।
इन्हें मिलेगा फायदा
हिमाचल में अभी डे बोर्डिंग स्कूल की व्यवस्था नहीं है। कामकाजी लोगों के लिए ये सबसे बेहतर हैं। हिमाचल में स्कूल सुबह 10 से 4 या फिर 9 से 3 बजे तक लगते हैं। छुट्टी के बाद बच्चों को घर जाना पड़ता है। जो लोग नौकरीपेशा होते हैं उन्हें अपने बच्चों को उस वक्त घर ले जाने में दिक्कत पेश आती है।
ऐसे में उन्हें अलग से बच्चों के लिए गाड़ी हायर करनी पड़ती है। डे बोर्डिंग स्कूलों में कुछ घंटे तक बच्चें वहीं रह सकेंगे और अभिभावक अपने दफ्तर से छुट्टी होने के बाद उन्हें अपने साथ ले जा सकेंगे।
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