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Himachal Weather: हिमाचल में तेज धूप खिलने से चढ़ने लगा पारा, ऊना में अधिकतम तापमान 37.4 डिग्री, मनाली में सन्नाटा
Himachal Weather Today: मौसम विभाग के शिमला केंद्र के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में अगले पांच दिन तक मौसम साफ रहेगा. कहीं भी बारिश को लेकर कोई अलर्ट नहीं है. धूप खिलने से प्रदेश में पारा चढ़ा है.
हिमाचल प्रदेश में मौसम (Himachal Weather) साफ होते ही पारा चढ़ने लगा है. पंजाब से सटे मैदानी जिले ऊना में अधिकतम पारा बढ़ा है औऱ यह 37.4 डिग्री के करीब पहुंच गया है. कुछ इसी तरह दूसरे इलाकों का हाल है. दिन में तेज धूप खिलने से गर्मी महसूस की जा रही है. हालांकि, सुबह और शाम को मौसम सुहावना बना हुआ है. इससे पहले, बुधवार को शिमला (Shimla) और सोलन के कंडाघाट में बारिश हुई थी. लेकिन प्रदेश के दूसरे इलाकों में मौसम साफ था.
जानकारी के अनुसार, गुरुवार को प्रदेश भर में मौसम साफ है और अच्छी खासी धूप खिली हुई है. प्रदेश के दस शहरों मे पारा 30 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया है. उधऱ, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सैलानियों से प्रदेश में आने की अपील की है. सीएम ने कहा कि अब हिमाचल आना सेफ है और सभी सड़कें भी खोली जा चुकी हैं. मौसम विभाग के शिमला केंद्र के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में अगले पांच दिन तक मौसम साफ रहेगा. कहीं भी बारिश को लेकर कोई अलर्ट नहीं है. हालांकि, कुछ इलाकों में बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है.
किन्नौर जिले के निगुलसरी में मौसम साफ होने के बावजूद गुरुवार को लैंडस्लाइड हुई. लैंडस्लाइड की चपेट में ट्रक और एक पिकअप गाड़ी आई है और इन्हें नुकसान पहुंचा है. हालांकि, किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है.
मनाली में टूरिस्ट का सन्नाटा
मनाली और कुल्लू में अब भी टूरिस्ट का सन्नाटा है. सड़कों की हालत को सुधारा जा रहा है लेकिन मनाली का पर्यटन कारोबार दो माह के बाद भी बेपटरी है. मनाली के मॉल रोड सहित आसपास के पर्यटन सैलानियों के बिना सुने हैं. मंडी से मनाली के मध्य मार्ग क्षतिग्रस्त हैं और वॉल्वो बसें मनाली नहीं आ रही हैं. कारोबारियों का कहना है कि ऐसा लग रहा है कि मानो एक लॉक डाउन से निकल है और दूसरे लॉक डाउन में फंस गए हैं.
मॉनसून सीजन में कितना नुकसान
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून सीजन में अब तक 408 लोगों की मौत हो चुकी है. 150 के करीब मौतें सड़क हादसों में हुई हैं. अब भी लैंडस्लाइड और फ्लैश फ्लड में 38 लोग लापता हैं. प्रदेश को अब तक 8676 करोड़ से ज्यादा के नुकसान हो चुका है. सूबे में 381 लोग घायल हुए हैं. 2558 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त, 10 हजार 891 घरों को आंशिक नुकसान और 318 दुकानें जमींदोज हो चुकी हैं. आपदा में 5669 पशुशालाएं भी ढहीं हैं.