विजिलेंस ने चिड़गांव की सिंधासली पंचायत में विकासात्मक कार्यों में की गई अनियमितताओं को लेकर चार्जशीट अदालत में दायर की है। शिमला की एक अदालत में दायर चार्जशीट में कुल आठ लोगों को आरोपी बनाया गया है।
तत्कालीन प्रधान राजेश चौहान, पंचायत सचिव देवराज व बिट्टूराम, जेई भूपिंद्र सिंह, तकनीकी सहायक सतीश कुमार और तीन अन्य लोग शामिल हैं। शिकायत मिली थी कि साल 2005 से लेकर 2008 तक पंचायत में विकासात्मक कार्यों में धांधली की गई है। रिकार्ड में दर्शाए गए कई कार्य हुए ही नहीं और कुछ अधूरे हैं।
विजिलेंस ने जांच शुरू की और जांच के बाद एफआईआर दर्ज की। जांच में सामने आया था कि पंचायत प्रतिनिधियों और कर्मचारियों ने करीब 1.33 लाख की अनियमितताएं कीं।
रिकार्ड की फॉरेंसिक जांच करवाई और कई तकनीकी सबूतों को जुटाया। इस तरह विजिलेंस ने जांच पूरी कर इसकी चार्जशीट दायर की और इसको लेकर शिमला की विशेष अदालत (वन) में चालान पेश किया गया है।