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हिमाचल में फिर बदला मौसम:72 घंटे के लिए बारिश-आंधी व तूफान का येलो अलर्ट; मानसून सीजन में 22% ज्यादा बरसा पानी
हिमाचल में पहाड़ों पर बादलों ने एक बार फिर से आसमान में डेरा डाल दिया है। आज से 16 सितंबर तक कई क्षेत्रों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। शिमला में भी सुबह से ही मौसम खराब बना हुआ है। कांगड़ा, चंबा, सोलन और सिरमौर जिले के कुछेक स्थानों पर सुबह से हल्की बारिश हो रही है।
मौसम विभाग (IMD) की माने तो प्रदेश में 18 सितंबर तक मौसम खराब बना रहेगा, जबकि 16 सितंबर तक बारिश आंधी व तूफान चलने का येलो अलर्ट दिया गया है। IMD के अलर्ट ने उन लोगों की धुकधुकी बढ़ा दी है, जिनके घर बीते दिनों की भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हुए हैं या जिनके आशियाने को खतरा पैदा हुआ है।
25 अगस्त से धीमा पड़ा हुआ है मानसून
प्रदेश में बीते 25 अगस्त से मानसून कमजोर पड़ा हुआ है। इस दौरान कुछेक क्षेत्रों में ही हल्की बारिश हुई है। मगर, आज से मानसून फिर सक्रिय हो रहा है। अभी इसके जाने के कोई संकेत नहीं है। एक जून से 13 सितंबर तक मानसून के दौरान प्रदेश में नॉर्मल से 22 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। सोलन में सबसे ज्यादा 78 प्रतिशत, शिमला में 72 प्रतिशत और बिलासपुर में भी नॉर्मल से 63 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है।
वहीं सितंबर में नॉर्मल से 73 प्रतिशत कम बरसात हुई है। अमूमन सितंबर में 68.6 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस बार मात्र 18.4 मिलीमीटर बारिश हुई है। प्रदेशवासियों इससे ने राहत की सांस ली है। पूरे मानसून सीजन में इस बार शिमला, सोलन, मंडी और कुल्लू जिले में सबसे ज्यादा तबाही हुई है।
8680 करोड़ रुपए की संपत्ति तबाह
अब तक 8680 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति तबाह हो गई है, जबकि 428 लोगों की जान चली गई है। 427 लोग घायल और 39 व्यक्ति लंबे समय से लापता है। इस बार की बारिश से अकेले PWD महकमे को 2941.54 करोड़ रुपए की चपत लगी है। वहीं जल शक्ति विभाग को भी 2119.10 करोड़ रुपए रुपए का नुकसान हुआ है।
तापमान में आया उछाल
प्रदेश में बीते दो सप्ताह के दौरान तापमान में काफी उछाल दर्ज किया गया है। केलोंग का तापमान नॉर्मल से 9.8 डिग्री अधिक के साथ 27.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। अधिकांश शहरों का पारा भी नॉर्मल से ज्यादा चल रहा है। ऐसे में मौसम की करवट और बारिश के बाद इसमें गिरावट आएगी।