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नाथपा में फिर पहाड़ी से पत्थरों की बौछार, 36 घंटे से बंद शिमला-किन्नौर-काजा हाईवे, भूस्खलन ने रोकी राह
Nathpa Landslide: पहाड़ी से से लगातार पत्थरों की बौछार होने से इस मार्ग बहाली में कठिनाई पेश आ रही है. मार्ग के अवरूद्ध होने से रिकांगपिओ-काजा और रामपुर शिमला की ओर से आने जाने वाले वाहनों के पहिये पूरी तरह से थम गए हैं.
हिमाचल प्रदेश में मौसम (Weather) साफ है, लेकिन सूबे के किन्नौर जिले में लैंडस्लाइड (Landslide) देखने को मिल रही है. शिमला को किन्नौर और काजा से जोड़ने वाले नेशनल हाईवे-5 पर लगातार भूस्खलन हो रहा है. आलम यह है कि 36 घंटे से यह मार्ग बंद है. अब बुधवार को भी यहां लैंडस्लाइड हुई और पत्थरों की बौछार (Boulder) देखने को मिली है.
दरअसल, पहाड़ी से से लगातार पत्थरों की बौछार होने से इस मार्ग बहाली में कठिनाई पेश आ रही है. मार्ग के अवरूद्ध होने से रिकांगपिओ-काजा और रामपुर शिमला की ओर से आने जाने वाले वाहनों के पहिये पूरी तरह से थम गए हैं.
एसडीएम कल्पा मेजर शशांक गुप्ता ने बताया कि गुरुवार दोपहर तक इस हाईवे के खोलने का काम पूरा होगा. उन्होंने कहा कि जिले में खाद्य पदार्थों की कोई कमी नहीं है. पेट्रोल और डीजल की सप्लाई भी पर्याप्त है. उन्होंने कहा कि अवरूद्ध मार्ग को बहाल करने के लिए कार्य युद्ध स्तर पर चलाया गया है, लेकिन पहाड़ी से मलबा आने के कारण कार्य में बाधा पहुंच रही है.
हिमाचल में एक सप्ताह तक मौसम साफ
हिमाचल प्रदेश में अगले सात दिन तक मौसम साफ रहेगा. मौसम विज्ञान के शिमला केंद्र ने अनुमान लगाया है कि 21 नवंबर तक प्रदेश भर में धूप खिलेगी. हालांकि, पारा जरूर गिर रहा है. सूबे में सबसे अधिक पारा सिरमौर के धौलाकुआं में 27 डिग्री दर्ज हुआ है. वहीं, लाहौल स्पीति के समदो में पारा 0.2 डिग्री दर्ज हुआ है.
फिलहाल, लेह मनाली नेशनल हाईवे पर आवाजाही सुचारू रूप से चल रही है. उधर, बीआरओ की टीम ने समदो-काजा-लोसर ग्राम्फू मार्ग को बहाल कर दिया गया है. लेकिन मार्ग पर जाने के लिए समयसारिणी तय की गई है. लाहौल स्पीति पुलिस ने यह जानकारी दी है.